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________________ (१) प्रमुख काव्य परंपराएं एंव प्रधान ज- रास ब- फागु इस वर्गीकरण को निम्नांकित रेसा चित्र द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है: (४) परम्परा: इसके अन्तर्गत न गय सम्बन्धी कृतियों का अध्ययन प्रस्तुत किया गया है। स- चतुष्पदिकाया वउपट्ट ६. चर्वरी या बच्चरी विषय प्रधान क- प्रबंध स- चरित २२१ - विवाहल घ- सन्धि उ०- पवाड़ो च- कक्कमाका (२) गौम काव्य परंपराएं T संद प्रधान --- १-दोडा २ काव्य उक्त सभी काव्य क्यों का अध्ययन (१) का परम्पराएं (५) गौम काव्य परम्परा या (३) रमन काव्य परम्परा (४) विषय प्रधान १- महास्म्य १-धीर ३- पट्टावली ३-छप्पय ४- रेलआ ४- बारहमासा ५-गाथा आदि ५- तलहरा (2) स्तवन काव्य परंपराएं (४) गद्यपरंप " उत्साह ६- सम्बोध ७- संजाद आदि में: प्रस्तुत प्रथ १- गी ३- स्वोज ४- स्तवन ५- बोलिका ६- स्मृति ●- वीनंती ८- कलवा ९- नमस्कार १०- प्रवि ११- सज्याय परंपरावादि पारो मच्यायों के बनत किया गया है।
SR No.010028
Book TitleAadikal ka Hindi Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHarishankar Sharma
PublisherHarishankar Sharma
Publication Year
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size84 MB
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