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जिमका भयम आदिकालीन म रामो दुवारा किया जा सकता है:
- पविधान सम्बन्धी १. विविध वर्णम सम्बन्धी • सामाजिक परंपराही सम्बन्धी
४- मति प्राकृतिक सत्यों से युक्त 1. विधान सम्बन्धी करिया
सविधान सम्बन्धी कड़ियों के पीछे कोई विस्तृत इतिहास नहीं है काव्य का प्रारम्भ करने पर जिस प्रकार माय:काल वर्जन , उमा वर्णम, रितु वर्णन, अधवा मध्या वर्णन, मदी, मद, उद्यान, उपवम मादि वर्णन भी इन्हीं 4 विधान सम्बन्धीकड़ियों के मन्तर्गत बायेंगे।
प्रकृति वर्णन में नाम परिगणनात्मक वर्णन पति सी का प्रवीका ही पड़ों का फूलों का या अन्य वनस्पतियों का वर्ष की इसी के अन्तर्गत लिए बाय।
युल वर्णन की गणना,बराच वर्षन में भोजन आदि व्यंजनों के मम मादिमी बीडिवो मिली है।
मड़ियों का सम्यक् निया मिला।
राम, . परिस, वन पीस, प्र मादि कोई भी काम्य लीजिय, समी प्रावन,नवी मय वर्षम, प्राकृतिक छटा वादिमिक पायगे । काय
पहियाविर प्रमों मिली प्रकार त्रिभुवनदीपक प्रचारमा राम बाबर इरि काम, वा मेमिमा उपर विपिनमा ।
या विधान भी मिला माविका में मिल पाया है। बिनाकर किया रे फागु की बात
का उदाहरणों का स्वयं भी मधुमास का नहोस गान होता है।