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मुनुगाड गर्दिक लेख
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मुनुगोट्ट (गृहर, आन्त्र )
तेलुगु वी मही [यह लेख पूर्वी चालुक्य राजा सबलोगयर विखनके राज्यवर्ग ३८ का है। इन उम्प म्हाम डलवर गोक्य्यन मुनुगांडक जिनालय लिए
छ भूमि दान दी श्री । यहीं एक अन्य लग्न गाक सेवक वागह-वारा इस निनाल डीपोवारसा उल्लेख है निमन्न निर्माग अन्गांति द्वारा मुनिनु ताम्म क्गि गया थ।
Eरि० ग० ए० १०२९-३० २०१७-१८१०]
तिलगोकर्णम् (मत्रान)
__ तमिल. ८वीं मी [यह लेख गगर नानक पहाडीपर एक जिनमृति पान है। पर राजा गोपिकोन्डान् सुन्दरपाडियदेव वें वर्गको एप रानहाना इजर्ने उल्लेत्र है। तदनुसार विगाड्दुक निदानिगाँस कहा गगा कि क्यानमल्लिने पनिलि चोलसन्माल्लि आल्बाचे पृजादि* लिए स्थानीय पल्लि (जिनमन्दिर के कन्स्य गंधाग अपित दन्ननांगे मुन्त बिना गया ।]
[इ० पु० ० ०३० पृ० ८.]
५१-५३ ब्रिटिश न्यूजियम ( लन्दन )
बी-९वीं पढी. सन्कृत-नागर्ग । अनन्तवीर्य • मुतांचना ३ वृति [ये नाम तीन मूतिर पनीठातर खुटे है। ये मुनिगं यन त्या