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श्री जैन पूजा-पाठ संग्रह।
भई इकट्ठी भीड़, हमारी पीर हरो॥ चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥ ५॥ तब ही से हुआ मेला जारी, होय भीड़ हरसाल कगरी । चंत माम आखीर, हमारी पीर हरी ।। चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥६॥ लाखों मीना गूजर आयें, नाचे गा गीत सुनावें । जय बोलें महावीर, हमारी पीर हरो॥ चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥ ७ ॥ जुड़े हजारौं जनी भाई, पूजन पाठ करें सुखदाई । मनवचतन धरि धीर, हमारी पीर हरो॥ चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥ ८ ॥ छत्र चमर सिंहासन लावें, भरि भरि घृतके दीप जलावें । बोलें जै गम्भीर, हमारी पीर हरो॥ चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥९॥ जो कोई सुमरे नाम तुम्हारा, धन संतान बढ़े व्यापारा । होय निरोग शरीर, हमारी पीर हरो ।। चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥ १० ॥ मक्खन शरण तुम्हारी आयो, पुण्य योगसे दर्शन पायो। खुली आज तकदीर, हमारी पीर हरो ।। चांदनपुरके महावीर हमारी पीर हरो ॥ ११ ॥