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श्री जैन पूजा-पाठ संग्रह |
श्री चांदन गांव महावीर स्वामी पूजा ।
छन्द ।
भेपको ।
श्री वीर सन्मति गांव चादनमें प्रगट भये आय कर । जिनको वचन मन कायसे मैं पूजहं शिर नाय कर || हुये दयामय नार नर लग्वि, शांतिरूपी तुम ज्ञानरूपी भानसे कीना सुशोभित सुर इन्द्र विद्याधर मुनो नरपति नवावें हम नवत हैं नित चावसों महावीर प्रभु जगदीशको ||
देशको || शीमको ।
ह्रीं श्री चांदनगांव महावीर स्वामिन अत्र अवतर संौपट आह्नाननं । ह्रीं श्री चांदन गांव महावीर स्वामिन अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनं । ह्रीं श्री चांदन गांव महावीर स्वामिन अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधिकरणम |
श्रथाष्टकं ।
क्षीरोदधि से भरि नीर कंचन के कलशा । तुम चरणनि देत चढ़ाय आवागमन नशा || चांदनपुरके महावीर तोरी छवि प्यारी । प्रभु भव आताप निवार तुम पद बलिहारी ॥ १ ॥ ह्रीं श्री चांदनपुर महावीर स्वामिने जलं नि०
मलयागिर और कपूर केशर ले हरषों । प्रभु भव आताप मिटाय तुम चरननि परसों ॥