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श्री जैन पूजा-पाठ संग्रह।
___ पौष शुकल दशमी हने,
घाति लियो प्रभु ज्ञान ॥ शांति करो जग शांत जी ॥११॥ समव-शरण धनपति रच्यो, कमलासन परि देव । इंद्र नरा षट् द्रव्य की, सुन थित थुति कर एव ॥ शांति करो जग शांत जी ॥१२॥ धन्य युगल पद मोतणो,
आयो तुम दरबार । धन्न उभै चख ये भये, वदन जिनेंद्र निहार ॥ शांति करो जग शांत जी ॥१३॥ आज सफल कर ये भये, पूजत श्रीजिन पांय । सीस सफल अब ही भयो,
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