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श्री जैन पूजा-पाठ संग्रह। देव-ऋषि सब आय के, पूज चले जिन बोध । लेय सुरां शिवका धरी, विरछ नंदी-सुर सोध ॥ शांति करो जग शांत जी ॥८॥ कृष्ण चतुर्दशि ज्येष्ठ की, मन-परजै लह ज्ञान । इंद्र कल्याणक तप करयो, ध्यान धरयो भगवान् ॥ शांति करो जग शांत जी ॥६॥ षष्ठम कर हित असन के, पुर सोमनस मझार । गये दियो पय मित्त जी, वरषे रत्न अपार ॥ शांति करो जग शांत जी ॥१०॥ मौन सहित वसु दुगण ही, वरष करे तप ध्यान ।