________________
लघुविद्यानुवाद
विशेष मंत्र - ॐ ह्री पद्म श्रा श्री श्र श्र नम इस मंत्र को १०८ दिन में कमल पुष्प के अन्दर बीजाक्षर और मत्राक्षर कर्पूर और कस्तुरी से १०८ दिन तक लिखे फिर प्रात समय १०८ दिन तक भक्षण करे तो उस पुरुष की आयु वढती है । लक्ष्मी लाभ होता है । राजद्वार मे मान्यता मिलती है और अत्यन्त सुखी होता है ।
४६०
नोट - जहाँ प्रायु बढाने की यन्त्र विधि लिखी है उस विधि मे ऐसा भी अर्थ बनता है, कि कर्पूर कस्तुरी को भक्षण करके १०८ दिन मे बीजाक्षर सहित मन्त्र को कमल पुष्प के अन्दर १०८ दिन तक प्रतिदिन लिखे ।
(5)
यंत्र नं०८
- प्रातवीला के रश्मि छुरित घन महा सांद्र सिन्दुर धूली ।
द्राँ
द्र
श्री श्री ॐ श्रः स्मरति मदं गज गमने रबमा देवि पद्मे !
派
ܘ
*
著
एल्यू
祟 柒
हो
*
सर्व सुखदायक यंत्र
स्तोत्र नं० ३
इस श्लोक का नित्य ही स्मरण करना चाहिये ।
兽
श्लोकार्थ मन्त्र विधि नं०.८
संध्यारागारूणांगी त्रिदशयर वधू वंद्य पादार विंदे ।
क्रोँ
द्रों
क्र
////