________________
लघुविद्यानुवाद
४८६
यन्त्र तो सर्व लोक मे पूजा को प्राप्त होता है। यश की प्राप्ति होती है, धन धान्य को वृद्धि होती है। देवता समान पूजा को प्राप्त होता है, सुखी होता है और किसी भी बात का भय नही रहता है।
___ श्लोक नं० ८ विधि नं. १ यन्त्र न० १
-
4
Proctron
OSHAN
-
-
-
RECAPAN
देवदत SANEL
-
unda-ALANDA
Aस)
S
कुमारयनमः
BLA
गांधाय नमः
KHERI
-
-
सर्वकार्य सिद्धि यंत्र