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लघुविद्यानुवाद
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(११) देवदत्त लिखकर उपर आठ दलो का कमल बनावे, फिर प्रत्येक दलो में क्रमश: मल्व्यू
जमल्व्यू झल्व्य स्म्व्य भव्य म्म्ल्व्यू लम्व्यू मव्यू लिखे । यन्त्र रचना इस प्रकार हुई । यन्त्र न. ११ देखे।
विधि :-यन्त्र को केशर गोरोचन से भोज पत्र पर लिखे। भुजा मे धारण करे तो सर्वजन वशी होते है।
श्लोक नं० २ विधि नं० १ यन्त्र नं० ११
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इच्छितजन वशीकरण यन्त्र
(१२) ह्री कार मे देवदत्त गभित करे उसके ऊपर षटकोण बनाव, पटकोण की कर्णीका में
क्रमश ही, स लिखे बाहर ही २ लिखे । ये यन्त्र रचना हुई। यन्त्र नं १२ देखे ।