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लघुविद्यानुवाद
प. श्लोक न २ विधि न. १ यन्त्र नं ६
देिवदत्त
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वालको की ग्रहो से रक्षा होती है, और अप्रियता का नाश होता है
प. श्लोक नं २ विधि नं १ यन्त्र नं १०
हाँाँदेवदत्तहाँ श्री
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बालकों को शांति रक्षा होती है, सर्वजनप्रिय होता है, दुर्भग स्त्रियां सौभाग्यवतो होती हैं