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लघुविद्यानुवाद
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वर्ण-ब्राह्मण संज्ञा . -वादी के नाम से
पहचाना जाने वाला यह यन्त्र मिथुन, तुला, कुम्भ के चन्द्र मे लाल चन्दन, हिगुल या अष्टगन्ध से लिखा जाना चाहिए।
वर्य क्षत्रिय संज्ञा :-आलसी के नाम
से पहचाना जाने वाला यह यन्त्र धन व मेष के चन्द्र मे काली स्याही व बरासे (कपूर) मिलाकर लिखा जाना चाहिए।
वर्ण-वैश्य संज्ञा :-रखाखी के नाम से
पहचाने जाने का यह यन्त्र वृपन के चन्द्र मे अष्टगन्ध से लिखा जाना चाहिए।