________________
लघु विद्यानुवाद
-
यत्र न० १६४
४
११५
raneerro
r
यह यत्र भोजपत्र पर लिख, माथा मे राखे, सभा वश होय सही ।।१६४।।
यत्र न० १६५
१६
१५
__ २०
२१ ।
२
हनमन्त की आज्ञा फुरै
७ ।
१३ ।
१६
हनुमन्त की आज्ञा पुरै
११
यह पद्मावती यत्र लिखकर विलोवनी के बाधने से भी ज्यादा होता है ।।१६।।