________________
लघुविद्यानुवाद
यत्र न० १६६
९८६ या यन्त्र
४६२
४८६
।
४८८
४६१
४८६
४८७
४६०
इस यन्त्र को सुगन्धित द्रव्य से लिखकर पास मे रक्खे तो युद्ध मे जीत होय ।।१६६॥
यत्र न० १६७
9939
हार र हर
र र
इम यत्र को कागज मे लिखकर जलावे, फिर सु घावे, प्रेत वकारे जाय सही। इद प्रा वकारो यत्रोऽयम् ।।१६७।।