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लघुविद्यानुवाद
व्यापार वर्द्धक यन्त्र न० ६० "ॐ ह्री श्री अहं नम” इस मन्त्र को १० माला रोज २१ दिन तक सफेद माला,
| ह्री | ह्री |
ह्री | ह्रो
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| ४२ । ३५ । ४० ।
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ठ. | ३८ । ४३ ।
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भर
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भर ।
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सफेद आसन और सफेद पुष्पो से जपे। यन्त्र को चादी, सोना, ताबा के पत्रे पर खुदवा कर रखे। वदी चतुर्दशी से जाप करे, रात के समय जपे ।।६।।
यन्त्र न० ६१
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५१२
५६६
२
६
। ३ । ५६६
५६५
इस यत्र को चांदी के पने पर रवि गुरु पुप्य या रविहस्त मूला अथवा दिवाली के दिन जब अपना मूर्य पर चलना हो उन ममय दवा कर प्रतिष्ठा कर गेज पूजन पर तो कार्ट की शादि विषय में जीत हाच । सन्म को रेख में ना
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५.४।