________________
३१८
लघुविद्यानुवाद
यन्त्र न. ८७
१०
।
३
इस पदहरिया यन्त्र को लिखकर' घोकर पिलाने से तुरन्त ही ज्वरताप उतर जाता है । भूत प्रेत वगैरह जाय । यह बडा चमत्कारी है ।।७।।
यन्त्र त०८८
१ । क्ली ह्री ३
| श्री
४
इस यन्त्र को मगलवार, गुरुवार या शनिवार को जाई की कलम से आक के पत्ते. पर लिख कर भुजा या गले मे बाधे या सिरहाने रखे तो सभी प्रकार का ताप ज्वर उतर जावे ।।८।।
हा
७ हन
खा | ६ ८ । क्ष
५
भूत प्रेत पिशाच डाकिन वगैरह निवारण यन्त्र न ८६
२
शांतिनाथाय।
।
क्ली पार्श्वनाथाय धरणेंद्रदेव क्ली
महावीरस्वामी १ चक्रेश्वरीदेवी,
५ क्लीं ह्रीं क्ली ५ इस यन्त्र को हरताल मनसिन हिंगुल तथा गोरोचन से आकड़ा के पत्ते पर लिय, प देकर जिसके गले, भुजा या कमर मे बाघे तो भूतादि वाधा नष्ट हो जाय ॥८६॥