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लघुविद्यानुवाद
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यन्त्र न ५२
४७
५३
१७
३५
२२
४८
५२
। २६
३७ । २४
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और जिसके लिये बनाया हो उसका नाम यन्त्र मे लिखना चाहिए । जब यन्त्र, विधि सहित तैयार हो जाये तब शुभ समय मे पास मे रखे और हो सके वहा तक कार्य सिद्धि तक धारण करना चाहिए । धूप नित्य देने से प्रभाव बढता है कष्ट भी शीघ्र मिटता है और भावना फलती है । इप्ट देव देवी को पूजा करना और दान पुण्य करना सो कार्य ठीक होगा ।।२।।