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१-३
" , गुटिका
[१६] . विषय
श्लोक स्री अर्थवा पुरुष- किसकी मृत्यु होगो ३३
ननम परिच्छेद (तन्त्राधिकार ) मोहन तिलक स्त्री वश्य पान
५-६ . वश्य चूर्ण पञ्चांग मल वश्य दीपक वशीकरण प्रयोग स्त्री वश्य मदन क्रमुक
१३-१४ वश्य काजल
१५-१९ पिशाची पान
२० शत्रु भयकरण काजल
२१-२२ अदृश्य गुटीका
२३-२४ वीर्य स्तम्भक गुटीका
११
१२
९७-९८
९९
२५
" "
, अस्थि , दीपक
द्रावण लेप (प्रथम) द्यत तथा वादविजय मूल रतिदायक लेप द्रावण लेप द्वित्तीय
३०-३१ ३२-३३ ३४-३७
१०१-२
१०२ १०२-३
" जलका
शाकिनी हरण तिलक दिव्य स्तम्भक चूर्ण अग्नि तथा तुला स्तम्भन अच्छा रोजगार पाना गर्भ निवारण
१०४
१०४ १०४