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________________ [१५] सप्तम परिच्छेद (वाय यन्त्र) विषय उबर शांत करनेका यन्त्र १-५ ६६-६७ पश्य यन्त्र प्रथम ६-८ ६८-६९ ,,,, द्वितीय ९-१० ७०-७१ " , तृतीय ११-१३ ७२ १४-१६ ७३-७४ अरिष्टनेमि मन्त्र वश्य यन्त्र पत्राम १८-१९ " , पष्ठ २०-२१ दूसरेको सुलानेका मन्त्र २२-२३ रण्डा यक्षिणीकी सिद्धि २४-२६ ७७-७८ स्त्री वशीकरण ध्यान २७-३२ ७८-७९ किसीको पर ठानेका मन्त्र ३३-३५ ८० ब्बर हरण यन्त्र होम द्रन्य विधान ३७-४२ ८१-८२ अष्टम परिच्छेद (निमित्ताधिकार) दर्पण निमित्तकी प्रथम सिद्धि " , द्वितीय .. ८-११ अगुष्ठ निमित्तकी सिद्धि । दर्प१ , तीसरी सिद्धि १३-१८ दीपक निमित्तकी सिद्धि-सुन्दरी मन्त्र १९-२१ कर्ण पिशाचिनी मन्त्र २२-२३ ग्रह हरण यंत्र २५-२५ धन दर्शक दीपक २६-२८ गणितका निमित्त मुद्र में श्रद्धेन्दु त्रिशत पक्र ३०-३१, ९१-९२ गर्भ में पुत्र है या पुत्री १२ २९
SR No.009990
Book TitleBhairav Padmavati Kalp
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMallishenacharya, Chandrashekhar Shastri
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year
Total Pages160
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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