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कवासगदसाणं पाहम उज्झयणं ।
वाहणेहिं संवाहणिएहिं, अवसेसं सव्वं वाहणविहिं पच्चक्खामि ३ "॥२१॥
तयाणन्तरं च णं उवमोगपरिभोगविहिं पच्चक्खा. एमाणे उल्लणियाविहिपरिमाणं करेइ । “नन्नत्य एगाए गन्धकासाईर, अवसेसं सव्वं उल्लणियाविहिं पच्चक्वामि१३ " ॥२२॥
तयाणन्तरं च णं दन्तवणविहिपरिमाणं१२ करेइ। “नन्नत्य एगेणं अल्ललट्ठीमहुएणं, अवसेसं" दन्तवणविहिर पचक्वामि०३"॥२३॥
तयाणन्तरं१२ च णं फलविहिपरिमाणं८ करे।। "नन्नत्यः एगेणं खीरामलएण, अवसेसं२१ फलविहिं पच्चक्वामि०३”॥२४॥
PA संवह। २ A om. ३ A वहणविहं; B विहं। 8A क्खाइ, B ०क्खाति। ५ A B gire it in full मणसा वयसा कायसा। ६A विहं, D विधिं । ७A B पच्चक्खयमाणा, D पच्चक्वामि तया० णं माणे उल्ल०, E पच्चक्खामि तयाणं तरं च गा माणे, उल्ल।
A B उल्लणिगा, also a ce; A विह०, BC D विधि । ६E एगेणं । १.A कसाइए। ११ A B C D ०क्खाइ। १२ B तदा०। १३ A B दंतण | A विहं पच्चक्खाइ, B C D E विहिं पच्चक्खाइ। १४ A लटुं० । १५ C adds सव्वं । १६ A दंतवणि विहं, D दंतण। १७A BC क्खाह। १८ A B विह० । १६ C adds णं। २० B D कीर०, a c e have खीर०, all Gaudians have खीर ; A मल्लेणं । २१ E adds सव्वं । २२ AC विहं।