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ज्यों था त्यों ठहराया
उड़ो। और जितने ऊंचे जाओगे, उतनी और नई ऊंचाइयों के द्वार खुल जाएंगे। इसी रोज-ओ-शब में उलझ कर न रह जा। कि तेरे जमान-ओ-मकां और भी हैं।। इन्हीं छोटी-छोटी बातों में मत उलझाओ अपने को। ये दिन और रात, और यह रोज का क्रियाकांड--इसी में मत भूल रहो। इसी रोज-ओ-शब में उलझ कर न रह जा। कि तेरे जमान-ओ-मकां और भी हैं।। और भी समय है, और भी स्थान हैं, और भी आकाश हैं, और भी बहुत कुछ शेष है। खोजो-तो खोज अंतहीन है। गए दिन कि तन्हा था मैं अंजुमन में। यहां अब मिरे राजदां और भी हैं।। यहां मित्र ही मित्र हैं; यहां शत्रु कोई भी नहीं है। यहां मिरे राजदां और भी हैं। यहां औरों ने भी भेद पाया है। किसी ने ठेका नहीं ले लिया है परमात्मा का। किसी नाम में, किसी शास्त्र में परमात्मा समाप्त नहीं हो गया है। धर्म आते रहे, जाते रहे। धर्म और भी आएंगे जाएंगे। मगर जो शाश्वत सत्य है, वह तो सदा थिर है। कितने धर्म आए और गए। वे सिर्फ छायाएं थीं, प्रतिबिंब थे। शब्दों में शून्य की बनाई गई आकृतियां थीं, इशारे थे। अंगुलियां उठती रहीं, गिरती रहीं--चांद अपनी जगह है। महावीर आए, बुद्ध आए, जरथुस्त्र आए, लाओत्सू आए, मीरा आई, सहजो आई, चैतन्य आए। आते रहे लोग, जगाते रहे लोग, मगर जिसकी तरफ जगाते हैं--वह एक है। और उस एक के प्रति जाग जाओ, तो फिर चाहो अपने को योगी कहना..। योग का मतलब होता है-- जुड़ जाना। योग का अर्थ होता है--जोड़। जो परमात्मा से जुड़ गया, वह योगी। फिर चाहे सूफी कहो। सूफी का अर्थ होता है--जो स्वच्छ हो गया, जिसके मन का सारा मैल धुल गया--वह सूफी। फिर तुम्हारी जो मौज हो, नाम दे लेना। नाम से कुछ फर्क नहीं पड़ता। कब तक बच्चों जैसे उलझे रहोगे--माटी के खिलौनों से! माटी के खिलौनों से बहल जाते हैं लोग! जागो। थोड़ा देखो विस्तार। संकीर्णताओं के रोज-रोज तोड़ते चलो। कितनी ही पीड़ा हो, मगर संकीर्णताएं तोड़नी हैं, तभी तुम जान सकोगे जीवन का परम सत्य। उसे जाने बिना कोई मुक्ति नहीं है, कोई मोक्ष नहीं है। सुना है कि एक पैगंबर इस्माइल-अलैहि-सलाम भोजन करते समय किसी न किसी को अपने साथ बिठा कर भोजन करवाते थे। कभी अकेले नहीं खाते थे। एक दिन वे खाना खाने बैठे। दस्तरखान सजाया। लेकिन साथ खाने के लिए कोई न था। इंतजार करते रहे। और तभी उनकी नजर एक सत्तर वर्ष के बूढे पर पड़ी। खुशी से दौड़े। उसे बुलाया। वजू करवाया। वजू कर के जब खाना खाने बैठे, तो उस बूढे ने बिस्मिल्लाह कहे बिना ही खाना शुरू कर दिया।
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