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86. श्री भी. आ. वि. कोश-1 में उद्धृत - आवनि 1216 87. प्रश्नव्याकरण सूत्र 2/4/6 88. श्री भि. आ. वि. को 1 में उद्धृत (अ) आवनि 1217; (ब) उशावृप. 16
श्री भि. आ. वि. को में उद्धृत - द अचू पृ. 14
श्री भि. आ. वि. को -1, पृष्ठ 589 में उद्धृत उशावृ पृ. 609 91. शील की नवबाड़, भूमिका पृ. 117 में उद्धृत - निशीथ चूर्णि गाथा 574
सानुवाद व्यवहार भाष्य, 1601 धर्मामृत अनगार 4/96 भगवती आराधना / 1064 वही / 1067
श्री भि. आ. वि. को में उद्धृत आव चू-2 पृष्ठ 7,8 97. श्री भि. आ. वि. को में उद्धृत - उ शा वृ प. 584
आचारांग भाष्यम् 5 (4) /87 99. दसवेआलियं 9/3 100. उत्तरज्झयणाणि 30/34 101. श्री भि. आ. वि. को में उद्धृत - उ शा वृ प. 584 102. दसवेआलियं / चूलिका (2) 103. भगवती आराधना / 1098 104. मनोनुशासनम् 3/18 105. आचारांग भाष्यम् 2(4)/96 106. वही 3 (2)/45 107. सूयगडो (1)2/10, 62 108. (अ) दसवेआलियं 8/34, 58
(ब) वही चूलिका 1/2, 16 109. उत्तरज्झयणाणि 19/13 110. (अ) उत्तरज्झयणाणि 19/14,16
(ब) वही 14/7 111. आचारांग भाष्यम् 2 (1)/23 112. वही 2 (4)/78 113. श्री भि. आ. वि. को पृ. 30 में उद्धृत - द अ चू पृ. 18 114. उत्तरज्झयणाणि 14/40
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