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ठाणं 7/49 के टिप्पण में उद्धृत औपपातिक सूत्र 36 श्री भिआ वि. को 1, पृ. 203 में उद्धृत
उशावृप. 188
मनोनुशासनम् 3/6
आचारांग भाष्यम् 5 (4) 81
वही 5 (4) 81
ठाणं 7/49 के टिप्पण में उधृत
भगवई श2 / उ. 1 / 62
सानुवाद व्यवहार भाष्य / 1600
मनोनुशासनम् / 59-70
संबोधि 13 / पृ. 290
आचारांग भाष्यम् 5 (4) / 81 (भाष्य में उद्धृत)
ज्ञानार्णव 26 / 141 (1)
यही 26/140
मनोनुशासनम् / पृष्ठ 139
संबोधि 13 / पृ. 290
प्राणायाम रहस्य / पृ. 16
वही / पृ. 29-31
आचारांग भाष्यम् 5 (4) 81, (भाष्य में उधृत )
संबोधि 13 / पृ. 290
प्रेक्षाध्यान चैतन्य केन्द्र प्रेक्षा / पू. 30
:
प्राणायाम रहस्य / पृ. 22
श्री भि. आ. को. पृष्ठ 444 में
उद्धृत
(अ) द अचू पू. 14 (ब) उशावृ पृ. 608
उत्तरज्झयणाणि 30 /28
आचारांग भाष्यम् 5 (1) 11
RIST (1) 4/28, 29
वही (1) /2 के टिप्पण संख्या 81 में उद्धृत - चूर्णि पृष्ठ 71
दसवे आलियं 8/31
वही (चूलिका) 2/14
उत्तरज्झयणाणि 22 / आमुख
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