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शुद्ध
४० ला. १८ १७ ३३ २
४२
६
४४ १४
४६ ३ ४७ १३ ५४ ११ ६५ ९ ७६ १४
शुद्धाशुद्धिपत्र । অম্বু, होने
होते हुए लायग्ग लोयग्ग उनको
उनकी अवस्थामई अवस्था भई जटल
अटल यहां अरहंत.... (यहां अरहंत पनेसे
मतलब है) ध्रौव्य
व्यय ध्रौव्य प्रत्यभिज्ञान प्रत्यभिज्ञाद्य होती है- होता हैकरण
कारण ऐसी
ऐसा पर्याव
पर्याय तद् भाव
तदभाव अतदमाव
अतदभाव सो द्रव्यकी.... पर्यायकी सत्ता है सो।
द्रव्यकी सत्ता इन द्रव्य
द्रव्य स्येत स्य
स्येतरस्य सदसदभाव सदसद्भाव शुद्धोपयोग शुद्धोपयोग
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