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२१ अन्य अनेको नय
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२. सर्व नयो का मूल
नयों मे अन्तर्भाव
विषय नही । अध्यात्म पद्धति मे यह 'अनुपचरित असदुभुत ब्यवहार' नय मे गर्भित होता है।
४५. निश्चय नय--
'आत्मद्रव्य निश्चय नय से बन्ध और मोक्ष के विषै अद्वैत का अनुसरण करने वाला है-अकेले ही बन्धने व छुटने वाले ऐसे बन्धमोक्षोचित स्निग्धरूक्षत्व गुण से परिणत परमाणु वत् । " निज
औदायिक व क्षायिक भावो के साथ द्रव्य का अद्वैत दर्शाने के कारण यह लक्षण आगम पद्धति के 'शध्द द्रव्यार्थिक व संग्रह नय' में तथा अध्यात्म पद्धति के 'शध्द निश्चय नय' सामान्य म गर्भित होता है ।
४६. अशधद नय
"आत्मद्रव्य अशुद्ध नय से घट और रामपात्र' से विशिष्ट मिट्टी मात्र वत् सोपाधि स्वभाव वाला है।" औदयिक आदि भावो के साथ द्रव्य का स्पर्श दर्शाने के कारण यह लक्षण आगम पद्धति के कर्म सापेक्ष अशद्ध द्रव्यार्थिक व अशध्द संग्रह' नय मे तथा अध्यात्म पद्धति के 'अशब्द निश्चय नय' मे गर्भित होता है ।
४७ शब्द नय
"आत्मद्रव्य शुध्द से केवल मिट्टी मात्र वत् निरुपाधिस्वभाव वाला है।" औदायिकादि भावो से निरपेक्ष क्षायिक भाव के साथ द्रव्य का स्पर्श कराने के कारण यह लक्षण आगम पध्दति के 'कर्म निरपेक्ष शुध्द द्रव्यार्थिक व शुध्द संग्रह' नय मे तथा अध्यात्म पध्दति के 'शुध्द निश्चय' नय मे गर्भित होता है।