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शब्दादि तीन नय
१. व्यञ्जन नय सामान्य का परिचय, २. तीनो का विषय एकत्व, ३ तीनों में उत्तरोत्तर सूक्ष्मता, ४. वचन के दो प्रकार, ५ व्यभिचार का अर्थ, ६. शब्द नय का लक्षण, ७. शब्द नय के कारण
व प्रयोजन, ८ समभिरूढ़ नय का लक्षण, ९. सम
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१
रूढ नय के कारण व प्रयोजन, १०. एवंभूत नय का लक्षण, ११ एवंभूत नय के कारण व प्रयोजन, १२. तीनों नयों का समन्वय ।
ज्ञान नय, अर्थ नय और शब्द नय ऐसे
व्यञ्जन नय
सामान्य का
परिचय
नय सामान्य के पहिले तीन भेद किये गये थे । उनमे से ज्ञान नय का व्याख्यान नैगम नय के नाम से कर दिया गया । अर्थ नय के दो भेद है - सामान्य ग्राही