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१२. नैगम नय
४. द्रव्य नैगम नय
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व्यञ्जन पर्याय नैगम.-१.शब्द व्यञ्जन पर्याय नैगम, २.समभि
रूढ़ व्यञ्जन पर्याय नैगम, ३ एवभूत व्यंजन पर्याय नैगम, ४. शब्द समभिरूढ व्यञ्जन पर्याय नैगम, ५. शब्द एवभूत व्यञ्जन पर्याय नंगम, ६. समभिरूढ़ एवभूत व्यञ्जन पर्याय नैगम
अर्थ व्यञ्जन पर्याय नैगम --१. शब्द अर्थ व्यञ्जन पर्याय नैगम,
२. समभिरूढ अर्थ व्यञ्जन पर्याय नैगम ३. एवंभूत अर्थ व्यञ्जन पर्याय नैगम
द्रव्य पर्याय नैगम -१. शुद्ध द्रव्य अर्थ पर्याय नैगम, २. शुद्ध
द्रव्य व्यञ्जन पर्याय नैगम, ३. अशुद्ध द्रव्य अर्थ पर्याय नैगम, ४. अशुद्ध द्रव्य व्यञ्जन पर्याय नैगम ।
तथा इसी प्रकार अन्य भी अनेकों द्वैत रूप विकल्प उत्पन्न किये जा सकते है।
१ द्रव्य नैगम नय सामान्यः
वस्तु की पर्वाह न करके, ज्ञानगत कल्पनाओं मे वर्तते हुए ही, "यह द्रव्य है, यह उसका स्वभाव है, यह पर्याय है, इसका सम्बन्ध इस द्रव्य से है" इत्यादि प्रकार के अनेकों सकल्प विकल्प ज्ञान मे उठा करते हैं । इस कल्पनागत द्वैत के आधार पर ही द्रव्य पर से द्रव्य का संकल्प जब करने मे आता है, तब द्रव्य नैगम नाम पाता है इसका यह अर्थ न समझ लेना कि एक द्रव्य के आधार पर किसी अन्य द्रव्य का परिचय पाना इसका लक्षण है, क्योंकि