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fyrs मानतुंग - भारती
भक्तामर स्तोत्र
मूल : पूज्य श्री मानतुंगाचार्य विरचित
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भयहर संथवो मूल : आचार्य श्री मानतुङ्ग स्वामि विरचित
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हिन्दी पद्यानुवाद, अन्वयार्थ एवं अन्तर्ध्वनि आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज के परम शिष्य
पूज्य श्री १०५ क्षु. ध्यानसागरजी