________________
११६] जैन साहित्य संशोधर्फ
[खंड २ बाद पटले कुल ३२ वर्ष अने उदय-(भद्द ) १६ वर्ष. 79 परंतु महावंशमा जे जणावेलुं छे के अनुरुखके अने मुंडे ८ वर्ष राज्य कर्यु हतुं, ते बाबत दीपवंशमां तद्दन छोडी ज दीधी छे अने ५, ७८ थी तो चोक्कस अनुमान थाय छे के उदयनो उत्तराधिकारी नागदास हतो. नागदासे ओछामां ओछां २१.वर्ष 80 राज्य कर्यु हतुं. ते ११, ३० उपरथी मालुम पडे छे. शिशुनागे १० वर्ष 81 राज्य कर्यु अने तेनी पछी कालासोक गादी उपर आव्यो. परंतु तेनी कारकीर्दी केटलो काळ रही ते संबंधी दीपवंशमां कांई कथन होय तेम मारा जाणवामां नथी. दीपवंश ५, ९९ मी माथा, जे नीचे आपी छे तेमां कालासोकने जरुर तेनापिता सुसुनाग साथे मेळसळ करी दीधेो हशे कारण के तेमां कडूंछे केः
सुसुनागस्सच्चयेन होन्ति ते दस भातरो ।
सब्बे बावीसति वस्सं रज्ज कारेसु वंसतो ॥ आमां कालसोकना दश पूत्रोनो स्पष्ट निर्देश थएलो छे, जेमणे महावंशमां जणाच्या प्रमाणे ६२ वर्ष राज्य कर्यु हतुं. नंदोनो तो पतो ज नथी. चंन्द्रगुप्ते २४ वर्ष राज्य कर्यानुं जणावेलुं छे. बिंदुसारनो मात्र ५, १०१, ६, १५ मां अशोकना पिता तरीके निर्देश थएलो छ, परंतु तेना अमलनो काळ आप्यो नथी. 82 - अशोके ३७ वर्ष राज्य कर्यु हतुं ( ५, १०१) बुद्ध पछी २१८ वर्षे तेनो आभषेक थयो हतो, अने अभिषेक थया बाद त्रण वर्षे तेणे धर्मपरिवर्तन कर्यु हतुं. विगेरे विगेरे. आ बधी हकीकतो सुप्रसिद्ध छे. परंतु बीजी बाजुए, नीचे आपेली प्रकट कृत्रिम गाथा ६, २४:
परिपुण्णवीसवस्साम्हि पियदस्साभिसिञ्चयं ।
पासण्डं परिगण्हन्तो तीणि वस्समतिकमि ॥ के जेनी अंदर २० वर्षो कोई अज्ञात बीनानी साथे लगाड्यां छे. उपरांत अशोकना समयना संबंधमां एक गोटाळा भरेली बीजी हकीकत आपेली छः ६, १०२ मां जणावेलुं छे के अशोकना २६ मा वर्षमां तिस्स गुजरी गयो; परंतु ७, ३२ मां ते आठमा वर्षमां गुजरी गयो हतो तेम जणावेलुं छे आ परस्पर विरोधी कथनो केवी रीते उत्पन्न थयां हशे ते हुं समजी शकतो नथी.
११, १, थी आपणने सिलोनना राजाओ संबंधी हकीकत मळे छ के, जेमांना प्राचीन राजाओए तो घणा लांबा समय सुधी राज्य भोगव्युं हतुं, अने पछीना राजाओए घणांज थोडां वर्षो तेम करी शक्या. ५, ११, ८ मां जणावेलुं छे के विजयराजा अजातशत्रु 83 पछी ८ मे वर्षे गादी उपर आव्यो अने ३८ वर्ष राज्य करी उदयना १४ मा वर्षमां गुजरी गयो. त्यार
79. दीप० ४, ३८, ५, ९७.
80. नागदास जो खरेखर उदयनो उत्तराधिकारी होय तो तेणे ४० वर्ष राज्य जरूर कर्यु होय; कारण के कालासोकने निर्वाण पछीना १०० मा वर्षमा, राज्य करता १० वर्ष अने १५दिवस थयां हता.
81. दीप० ५,९७,
82. परंतु आनी गणतरी ११, १२-१३ (जुओ, हेठळ ), थी करी शकाय, अने ते प्रमाणे तेना राज्यसमयनी वर्षसंख्या २९ मेळवी शकीए.
83. दी. ९,४० प्रमाणे बुद्धना आंतिम वषमां ते सिलोन आव्यो; महावंश ७१ प्रमाणे जे रात्रिए बुद्धनि वाण थयं ते ज रात्रिए.
Aho ! Shrutgyanam