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आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद
आत्मसाधना करना । प्रशस्त निमित्त में हमेशा प्रशस्त कार्य का आरम्भ करना, अप्रशस्त निमित्त में सर्वकार्य वर्जन करना ।
[८२-८४] दिन से अधिक तिथि ताकतवर है । तिथि से अधिक नक्षत्र ताकतवर है। नक्षत्र से करण, करण से ग्रहदिन ताकतवर है । उससे अधिक मुहूर्त, मुहूर्त से अधिक शकुन ताकतवर है । शकुन से लग्न ताकतवर है । उससे निमित्त प्रधान है । विलग्न निमित्त से निमित्त बल उत्तम है । निमित्त सव से प्रधान है । निमित्त से अधिक बलवान लोक में कुछ नहीं है ।
[८५] इस तरह संक्षेप से बल-निर्बल विधि सुविहित द्वारा कही गई है । जो अनुयोग ज्ञान ग्राह्य है । और वो अप्रमत्तपन से जाननी चाहिए ।
| ३१ | गणिविद्या-प्रकिर्णक-८-हिन्दी अनुवाद पूर्ण |