SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 23
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org १८ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अंतगडदसाओ ५/९-१०/२२ बासुदेवे तत्थ णं बारवईए नयरीए कण्हस्स वासुदेवस्स पुत्ते जंबबईए देवीए अत्तए संबे नामं कुमारे होत्था - अहीणपडिपुत्रपंचेंदियसरीरे तस्स णं संबल्स कुमारस्स मूलसिरी नामं भारिया होत्याओ अरहा समोस कण्हे निग्गए मूलसिरी वि निग्गया जहा पउमावई जं नवरं देवाणुप्पिया कण्हं वासुदेव आपुच्छामि जाव सिद्धा एवं मूलदत्ता वि । 99/-11 • पंचपे वग्गे ९-१० अज्झयणाणि समत्तानि पंचमो वग्गो समत्तो छट्टो वग्गो -: १-२ – अझ य णा णि :-- (२३) जइ [णं भंते समणेणं भगवया महावीरेणं अट्ठमस्स अंगरस अंतगडदसाणं पंचमस्स बग्गस्स अयपट्टे पत्रत्ते छट्ठस्स णं भंते वागस्स के अड्डे पन्नत्ते एवं खलु जंबू समणेणं भगवया महावीरणं अट्ठमस्त अंगस्स अंतगडदसाणं छट्ठस्स वग्गस्स ] सोलस अज्झयणा पत्रत्ता तं जहा । १२-91-11-1 (२४) मकाइ किंकमे चैव मोग्गरपाणी य कासवे खेमए धिइहरे चेव केलासे हरिचंदणे (२५) वारत सुदंसण पुन्नभद्द तए सुमभद्द सुपइडे मेऽतिपुरा अल अजयणाणं तु सोलसयं 111011-2 (२६) जइ णं भंते समणं भगवया महावीरेणं अट्टमस्स अंगस्स अंतगडदसागं एस्स वग्गस्स सोलस अज्झवणा पत्रता पढमरस णं भंते अज्झयणस्स अंतगडदसागं के अड्डे पनचे एवं खतु जंबू तेगं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे नयरे गुणसिलए चेइए सेणिए राया तत्थ णं मकाई नाम गाहावई परिवसइ-अड्ढे जाव अपरिभूए तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे आदिकरे गुणसिलए जाव संजपेणं तबसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ परिसा निष्गचा तए णं से पकाई गाहावई इसे कहाए लट्ठे जहा पत्तीए गंगदत्ते तहेव इमो वि जेवपुत्तं कुटुंबे ठवेत्ता पुरिससहस्सवाहिणीए सीयाए निक्खते जाव अणगारे जाए- इरियासमिए तए णं से पकाई अणगारे समणस्स मगबओ महावीरस्स तहारूवाणं घेराणं अंतिए समाइयमाइयाई एक्कारस अंगाई अहिजइ सेसं जहा खंदगस्स गुणरवणं तवोकम्पं सोलसवासांड़ परियाओ तहेब विटले सिद्धे किंकमे वि एवं चैव जाव विउले सिद्धे 19२१-12 ५६॥-1 ● छटे बग्ने १-२ अञ्झयणाणि समत्तानि । - त इ यं अज्झ व णं-मोगर पाणी : (२७) तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे नयरे गुणसिलए चेइए सेणिए राया चेल्लणा देवी तत्य णं रायगि नयरे अजुणए नामं मालागारे परिवसइ- अड्ढे जाव अपरिभूए तस्स णं अजुणयरस मालायरस बंधुमई नामं भारिया होत्या सूमालपाणिपाया तस्स णं अजुणस्स मालायास रायगिहस्स नयरस्स वहिया एत्थ णं महं एगे पुष्फाराने होत्या- किण्हे जाव महामेहनिउरुवभूए दसद्धवण्णकुसुमकुसुमिए पासाईए दरिसणिजे अभिरू पडिरूवे तस्स णं पुष्फारमस्त अदूरसामंते एत्थ णं अज्जुणयस्स मालायाएस्स अजय पज्जय-पिइपज्ञयागए अणेगकुलपुरिस-परंपरागए मोग्गरपाणियस्स जक्खरस जक्खयणे होत्या-पोराणे दिव्वे सचे जहा पुत्रभद्दे तत्थ णं मोग्गपाणिस्स पडिमा एगं महँ पलसहस्तणिफण्णं अओमयं मोरं गहाय चिट्ठइ तए णं से अज्जुणए मालागारे बालप्पभिई चेव मोग्गरपाणि-जक्खभत्ते यादि होता कल्लाकुल्लिं पच्छियपिडगाई गेण्हइ गेव्हित्ता For Private And Personal Use Only
SR No.009734
Book TitleAgam 08 Antgadadasao Angsutt 08 Moolam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherAgam Shrut Prakashan
Publication Year1996
Total Pages42
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Agam 08, & agam_antkrutdasha
File Size1 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy