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________________ बीकानेर जैन लेख संग्रह (२२७२) पद्मावती देवी मूर्तिरियं श्री पद्मावती देव्याः नोखामंडी ( बीकानेर ) श्री संघेन कारिता प्रतिष्ठिता च तपो गच्छाधिपति जैनाचार्य श्री विजयलक्ष्मणसूरीश्वरैः संवत् . . . . . .. .. . ( २२७३ ) धातु की पंचतीर्थी पर . सं० १५३५ वर्षे माघ सुदि ५ गुरु ओस तेलहरा गोत्र सा० हीरा भा० गागी पु० विल्हा भार्या वस्ती पुत्र कर्मा युतेन स्व पुण्यार्थ श्रीविमलनाथ बिंबंका० प्रतिष्ठितं ज्ञानकी गच्छे श्रीरूनेश्वर सूरिभिः। नाल श्री पनाममुजी का मन्दिर पाषाण प्रतिमाओं के लेख ( २२७४ ) मूलनायक श्री पद्मप्रभुजी संवत् १४५७ वर्षे वैशाख सुदि ७ श्री मूलसंधे भटारकजी श्री धरमचन्दर साह बखतराम पाटणी नित्य प्रणमति ...... ( २२७५ ) पार्श्वनाथजी संवत् १९१४ रा वर्षे मिती अषाढ़ सुदि १० तिथौ बुधवासरं श्री पारसनाथ जिन ..... श्री जिनसौभाग्यसूरिभिः श्री महत्खरतर गच्छे ॥ धातु प्रतिमादि लेखाः ( २२७६) शान्तिनाथादि पंचतीर्थी संवत् १४६६ वर्षे माघ सुदि ५ शुक्र दिने प्राग्वाट जातीय व्यव० साहा भार्या करमादेवि पु० हरिया मला वीसल मा० रूद्दीतया स्वभर्तृ श्रेयसे श्रीशान्तिनाथ बिंबं कारितं प्रतिष्ठित श्रीसूरिभिः । "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009684
Book TitleBikaner Jain Lekh Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherNahta Brothers Calcutta
Publication Year
Total Pages658
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size22 MB
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