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( ३ ) रंगीलदास देवचंद सा पाटन वाला हाल मुकाम येवला तथा मुंबई ( ४ ) वाला गो खजार तथा सजा मंरुपमां जमती सहीत आरस कराव्यो ( ( ) संवत् १९६० सं० सेवक उत्तमचंद वालचंद मंत्री नगरवाला ।
सजा मंडप के बांये तर्फ के छाले का लेख ।
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( १ ) श्रीमद विर जिनेंद्र प्रणम्य श्री पावापुरी नगरी मधे या श्री जि ( २ ) न बींब स्थापनं शा० रूपचंद रंगीलदास सा पाटन वा
( ३ ) ला हाल मुकाम येवला तथा मुंबई स्वेतांबर घामना धारक वा खाये कराव्या वे संवत् १९६०
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( ५ ) मीली जाईचंद जगजीवन सलाट पालीताणा वाला ।
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हैदराबाद - दक्षिण । *
श्री पार्श्वनाथ जी का मंदिर - बेगम बजार | मूलनायक जी पर |
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सं० १५५ वर्षे || महा सुदि ९ सोमे श्री पार्श्वजिन बिंबं कारितं . . .
पाषाण की मूर्ति पर ।
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संवत् १५४८ वैशाख सुदि ३ श्री संघे जट्टारक जी श्री जिन तपापति वाक जी प्रति०
यहां के लेख स्वर्गीय पं० घालचंद्रजी यति से प्राप्त हुवे थे ।
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"Aho Shrut Gyanam"