SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 17
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ हुआ सो न्याय न्याय हुआ / तब कहता है, नहीं यह न्याय नहीं मुझे संतोष नहीं है / न्याय हुआ फिर भी संतोष नहीं / तब अब (25) क्या किया जाये ? उपरी कोर्ट में चलो / तब डिस्ट्रिक्ट में गये / वहाँ के जजमेन्ट से भी संतोष नहीं हुआ / अब क्या करें / तब कहे, नहीं वहाँ हाईकोर्ट में ! वहाँ भी संतोष नहीं हुआ फिर सुप्रीमकोर्ट में गये, वहाँ भी संतोष नहीं हुआ / आखिर प्रेसिडन्ट से कहा / फिर भी न्याय नहीं होता, मार खाकर मरते हैं / यह न्याय ही मत खोजना कि यह मुझें गालियाँ क्यों दे गया, कि मुवक्किल मुझे मेरी वकालत का महेनताना क्यों नहीं देता / नहीं देता वह न्याय है / बाद में दे जाये तब भी न्याय है / न्याय तू खोजना मत / न्याय : कुदरती और विकल्पी ! दो प्रकार के न्याय / एक विकल्पों को बढ़ाने वाला न्याय और एक विकल्पों को घटानेवाला न्याय / बिलकुल सच्चा न्याय विकल्पों को घटाता है कि हुआ सो न्याय ही है / अब तू इस पर दूसरा दादा दापर मत करना / तू अब अपनी अन्य बातों पर ध्यान दे, इस पर दावा दापर करेगा इससे तेरी अन्य बाते. रह जायेगी। न्याय ढूँढने निकले इससे विकल्प बढ़ते ही जायें और कुदरती न्याय विकल्पों को दूर करता चलें / हुआ, होगा सो न्याय / और उसके उपरान्त फिर पाँच आदमी, पँच कहे वह भी उसके विरूद्ध में जाये / तब वह उस न्याय के माने नहीं अर्थात किसी की माने नहीं / फिर विकल्प बढ़ते ही जाये। अपने इर्द-गिर्द जाल ही भुन रहा है वह आदमी कुछ प्राप्त नहीं करता / पारावर (झत्यन्त) दु:खी होगा / इसके बजाय पहले से ही श्रद्धा रखे कि हुआ सो न्याय / और कदरत हमेशा न्याय ही किया करती है, निरंतर न्याय ही कर रही है ओर वह प्रमाण नहीं जुटा सकती / प्रमाण "ज्ञानी" जुटाये कि न्याय कि दृष्टिसे ? जो हुआ "ज्ञानी" बता दै / उसे संतोष कर दे और तब निराकरण आये / निर्विकल्पी होवे तो निरकरण आये / - जय सच्चिदानंद प्राप्तिस्थान अहमदाबाद : श्री दीपकभाई देसाई, दादा दर्शन, 5, ममतापार्क सोसायटी, नवगुजरात कॉलेज के पीछे, उस्मानपुरा, अहमदाबाद-३८००१४. फोन: 7540408,7543979, E-mail : dadaniru@vsnl.com मुंबई : डॉ. नीरबहन अमीन, बी-904, नवीनआशा एपार्टमेन्ट, दादासाहेब फालके रोड, दादर (से.रे.), मुंबई-४०००१४ फोन : 4137616, मोबाईल : 9820-153953 वडोदरा: श्री धीरजभाई पटेल, सी-१७, पल्लवपार्क सोसायटी, वी.आई.पी.रोड, कारेलीबाग, वडोदरा. फोन:०२६५-४४१६२७ सुरत : श्री विठ्ठलभाई पटेल, विदेहधाम, 35, शांतिवन सोसायटी, लंबे हनुमान रोड, सुरत. फोन : 0261-8544964 राजकोट : श्री रूपेश महेता, ए-3, नंदनवन एपार्टमेन्ट, गुजरात समाचार प्रेस के सामने, K.S.V.गृह रोड, राजकोट फोन:०२८१-२३४५९७ दिल्ही: जसवंतभाई शाह, ए-24, गुजरात एपार्टमेन्ट, पीतमपुरा, परवाना रोड, दिल्ही. फोन : 011-7023890 चेन्नाई: अजितभाई सी. पटेल, 9, मनोहर एवन्यु, एगमोर, चेन्नाई-८ फोन : 044-8261243/1369, Email : torino@md.3.vsnl.net.in U.S.A.: Dada Bhagwan Vignan Institue : Dr. Bachu Amin, 902 SW Mifflin Rd, Topeka, Kansas 66606. Tel: (785) 271-0869, Fax : (785) 271-8641 E-mail : shuddha@kscable.com, bamin@kscable.com Dr. Shirish Patel, 2659, Raven Circle, Corona, CA 92882 Tel. : 909-734-4715, E-mail : shirishpatel@mediaone.net U.K.: Mr. Maganbhai Patel, 2, Winifred Terrace, Enfield, Great Cambridge Road, London, Middlesex, ENI IHH, U.K. Tel: 020-8245-1751 Mr. Ramesh Patel, 636, Kenton Road, Kenton Harrow. Tel.:020-8204-0746, E-mail: dadabhagwan_uk@yahoo.com Canada: Mr. Bipin Purohit, 151, Trillium Road, Dollard DES Ormeaux, Quebec H9B 1T3, CANADA. Tel.: 514-421-0522, E-mail : bipin@cae.ca Africa: Mr. Manu Savla, PISU & Co., Box No. 18219, Nairobi, Kenya. Tel : (R)254-2-744943 (O)254-2-554836 Fax : 254-2-545237, E-mail : pisu@formnet.com Internet website: www.dadabhagwan.org, www.dadashri.org
SR No.009586
Book TitleHua So Nyaya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDada Bhagwan
PublisherDada Bhagwan Foundation
Publication Year2001
Total Pages17
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Akram Vigyan
File Size288 KB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy