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दादा भगवान कथित
समझ से प्राप्त
ब्रह्मचर्य
(संक्षिप्त)
अरे, ऐसा तो जाना नहीं कभी!
लोगों को अब्रह्मचर्य की बात में क्या नकसान है, क्या फ़ायदा है और उसकी कितनी सारी जिम्मेदारियाँ हैं, यह समझ में आए और ब्रह्मचर्य का पालन करें, इसलिए ही हम ब्रह्मचर्य के संबंध में बोले हैं, जिसकी यह पुस्तक बनी है। सभी ने ऐसा कहा है कि अब्रह्मचर्य गलत है, ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। अरे भाई, अब्रह्मचर्य किस तरह बंद होगा? इसकी राह ही नहीं दिखाई। इसलिए इस पुस्तक में वे सब रास्ते ही बताए गए हैं, ताकि लोग पढ़कर सोचें कि अब्रह्मचर्य से इतना सारा नुकसान होता है! अरे, ऐसा तो हम जानते ही नहीं थे!
-दादाश्री
BAN978-81-RRB404
Rs.20/
9788189193344