________________
१:११
"
.
७३०
mm .
(३०)
विषय. राभंकी आनुपूर्विक उत्पत्ति गर्भको पहिलो अवस्था गर्भका आकाशात्मक अवयन • गर्भका वाय्वात्मक अवयव गर्भका अश्यात्मक अवयव गर्भका जलात्मक अवयव गर्भका पृथिव्यात्मक अवयव फन्या आदिका विशेष भाव दहि दलक्षण शर्मनाशक भाव चौथे महीने में गमके लक्षण पांचवें महीने में गर्भका लक्षण छठे महीने में गर्मका लक्षण सातवें महीनेमें गर्भका लक्षण
आठवें महीनेमें गर्भके लक्षण प्रसवका समय दूपितरक्तजन्य विकृतावयव दुषितशुक्रजन्य विकृतावयव सत्त्वके अनेक भेद ब्राह्मका लक्षण
आर्षका लक्षण ऐन्द्रका ल. याम्यके ल. वारुणक लं. कौवेरका ल. गांधर्वका ल. ब्राह्मकी उत्कृष्टता आसुरके ल. राक्षसके ल. मिशाचके ल. तापके ल. प्रेतकेह. शाकुन के ल. पाशवके ल. मात्स्यके लक्षण वानस्पत्य के लक्षण उत्त्वके भेदोंका संक्षिप्त वेशन अध्यायका उपसंहार
चरकसंहितापृष्ठांक. विषय.
पृष्ठांक. ७१४ ५.पुरुषविचय शारीर अध्याय । ७१५
जगत् तथा पुरुषकी तुल्यता ७३२ ७१६ अमिवेशका प्रश्न
७३३ आयजीका उत्तर
७३४ . वियोगका कथन
७३५ ७१७
अमिवेशका प्रश्न प्रवृत्ति के मूलका वर्णन अहंकारका लक्षण
७३६ संगलक्षण
संदेहका लक्षण ७२०
अभिसंप्लवका लक्षण ७२१
अभ्यवपातका लक्षण विप्रत्ययका लक्षण
विशेषका लक्षण ७२२
अनुपायका लक्षण मोक्षसाधनका क्रम
७३८ शुद्धसत्वबुाद्धका कथन मुक्तका लक्षण
.. ७४१ अध्यायका उपसंहार ७२६
६. शरीरविचय शारीर अध्याय । शरीरविचयका प्रयोजन
७४२ शरीरका वर्णन धातुमात्म्यकी विधि
विधि स्वस्थके घातुसात्म्य रखनेका उपदेश ७४४ धातुओं की वृद्धि और ह्रासका कारण ,, धातुओंके गुण गुरु और लघु धातुओंका वर्णन ७४५ प्रतिघातुओंकी वृद्धि का हेतु समानकी अप्राप्तिमें उपाय शरीरधातुके भेद
७४७ पूर्णवैद्य के लक्षण
.७४८ गर्भके बाहर आनेका वृत्तान्त बालकके आहार व उपचार ७५२ कालाकालमृत्युवर्णन आयुका प्रमाण
. ७५४ अध्यायका उपसंहार ....
७४०
७२३ ७२५
७४३
७२७
"
१२९
७५१
w
'