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विषय. पृथ्वी आदिके गुण गुणादिवर्णन
ज्ञानों की अनेकता
पुरुषको प्रधानता पुरुषकी कारणता पुरुषको कारणताका दृष्टान्त कर्तव्यपर विचार
कारणोंक नाम और कर्म आत्माका वर्णन
प्रकृतियों और क्षेत्रज्ञका वर्णन पुरुषका वर्णन
जीवनमरणके लक्षण आत्माको कर्तृत्व
आत्माको वशित्व
आत्माकी विभुत्व आत्माका अनादित्व
अत्माका सर्वसाक्षित्व
अतीतरोगकी चिकित्सा भविष्यत् रोगकी चिकित्सा
वर्तमान व्याधिकी चिकित्सा दुःख हेतु
प्रज्ञापराध
कालजनित रोग
स्वाभाविक रोगों का वर्णन
कर्मजरोगों की शान्ति
श्रवणेंद्रिय का मिथ्यायोग
त्वगिन्द्रियका मिथ्यायोग दर्शनेन्द्रियका मिथ्यायोग
रसनेन्द्रियका मिथ्यायोग घ्राणेन्द्रियका मिथ्यायोग. असात्म्य के लक्षण
सुखदुःखों के प्रधान हेतु वेदना के स्थान
योग और मोक्ष
अष्टविध योगबल
मोक्षप्राप्ति के उपाय दुःखोंसे निवृत्ति के उपाय
धृति के लक्षण
स्मृतिके लक्षण मोक्षका रूप अध्याय का संक्षिप्त वर्णन
विषयानुक्रमणिका ।
पृष्ठांक
६६४
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६८४
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६८६
(२९)
विषय.
पृष्ठक
२. अतुल गोत्रीय शारीर अध्याय ।
गर्भके चतुष्पाद में प्रश्न
६८६
६८७
उत्तर
गर्भके विषय में प्रश्न
यथाक्रम उत्तर
सन्तानका प्रश्न मिथ्याकल्पितगर्भ एकगर्भ अनेक सन्तान होनेके विषय में
प्रश्न
उत्तर
गर्भ में नपुंसकादि होनेके हेतु
सद्योगर्भके लक्षण
गर्भस्थ बालकादिका परिचय
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गर्भकी उत्पत्ति
गक भेद
गर्मी असात्म्यजता
गर्भका रससे उत्पन्न न होना गर्भका सत्त्वगुणी न होना
19
गर्मी विकृतिका कारण
६९२
आत्माके देहभर में प्राप्त होने का कारण ६९३
६९५
आत्रेयका मत
पितासे होनेवाले अवयव आत्माचे उत्पन्न हुए गर्भावयव आत्मा हुए मा
सात्म्य हुए गर्भ अवयव गर्भकी रसज उत्पत्ति
गर्भके रसन अवयव
सवका उत्पादकत्व
भरद्वाजका प्रस्ताव आत्रेयजीका उत्तर
अध्यायका संक्षिप्त वर्णन
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૬૮.
दैवका लक्षण
ऋतुओंके रोगोंका शमन
अध्यायका उपसंहार
३. खुड्डीका गर्भावक्रान्तिशारीर
अध्याय ।
६८९
६९०
६९१
आत्रेय की प्रतिज्ञा
गर्भकी उत्पत्तिका कारण
गर्मके वैकारिक द्रव्य
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६.९६
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६९९
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७०१
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४. महती भवकान्तिशारीर
अध्याय ।
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