________________
विषयानुक्रमणिका।.
( ३१)
- विषय.
पृष्ठांक.
"
७५८
पृष्ठांक. ७. शरीर संख्या शारीराध्याय । त्वचाके भेद शरीरफ अंगावभाग शरीरकी हड्डियोंकी संख्या इन्द्रिये और इन्द्रियोंके अधिष्ठान
आदि प्राणायतन और मर्म कोष्ठ प्रत्यंगोंके नाम अदृश्य अंगोंके नाम पार्थिवद्रव्योंका वर्णन
७६० आप्यद्रव्योंके नाम
७६१ आमेयद्रव्यों के नाम वायवीयद्रव्यों के नाम आन्तरिक्ष द्रव्योंके नाम अध्यायका उपसंहार
७६२ ८. जातिसूत्रीय शारीराध्याय । उत्तम संतान होनेका उपाय
७६२ 'स्त्रीपुरुषका कर्तव्य कर्म
७६३ स्त्रीसहवास करनके दिन
७६४ सहवासको विधि गर्भधारणक अयोग्य स्त्री स्त्रीगमनविधि
७६५ उत्तमपुत्र उत्पन्न करनेकी विधि उत्तमपुत्रके लिये इवन विधि ७६७ यज्ञके अन्त में कर्म
७६८ । सत्त्वभेदका कारण
७६९ पुंसवनविधि
७७१ गर्भस्थापन औषध
७७२ गर्भनाशक भाव
७७३ गर्भिणीकी उपचारविधि
७७५ मिणीके उपचारमें मुख्य कर्म ७७६ गर्भकी रक्षाविधि
७७७ आमगर्भ में पुष्पदर्शन
७७८ नागोदरगर्भके लक्षण
७७९ 'उक्तगर्भमें चिकित्सा प्रसुप्तगर्भ में चिकित्सा
७८० उदावरुद्धगर्भकी चिकित्सा मृतगर्भकाल.
७८१
विषय. मृतगर्ममें उपाय
७८२ गर्भकी मास परत्व रक्षणविधि ७८३ सप्तममासमें अन्य उपचार ७८४ आठवें मासमें गर्भरक्षण विधि ७८५ नवममासके गर्भकी रक्षणविधि सूतिकागारकी विधि
७८६ सूतिकागृहका सामान
७८७ प्रसवकालके चिह्न
७८० प्रसववेदनामें कर्तव्यकर्म आत्रेयजीका मत
७८९ प्रसवकालमें औषध
७९० प्रसवकालका मन्त्र प्रसव उपरांत कर्म
७९२ अमरानिकालनेकी विधि कुमारके कर्म
७९३ नालुबा छेदन विधि
७९४ नाभिपाकका यत्न
७९५ जातकविधि रक्षाविधि
७९६ प्रसूतिकाका आहाराविहार वर्णन ७९७ प्रसूताका रोगावस्थामें उपाय ७९८ बालक होनेपर दशमदिनकी विधि " . धात्रपिरक्षिा
८०१. उत्तम स्तनके ल.
८०२ उत्तमदूधके ल. बातदूषित दूध पित्तदूषित दूध
८०३ कफदूषित दूष धात्रीके खानेपीनेकी विधि दुग्धशोधक उपाय
८.४ दुग्धोत्पादक विधि शुद्धदूधवालीका कत्तव्य कर्म कुमारागारविधि वस्त्रों में धूपदेनेवाली औषधि . कुमारकी अन्यरक्षावधि बालकके खिलौने कुमारके रोगोंका उपचार
८०७ अध्यायका उपसंहार /
८०८ इति शारीरस्थानकी विषयानुक्रमणिका।
"
.