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________________ क्रिया-कोश किया के दो भेद- - प्राणातिपातिकी क्रिया तथा अप्रत्याख्यान किया । ०७२५ आरंभिकी क्रिया-पारिग्रहिकी क्रिया दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा -- आरंभिया चेव परिग्गहिया चेव । ठाण० स्था २ । उ १ । सु ६० । पृ० १८६ क्रिया के दो भेद-आरम्भिकी क्रिया तथा पारिग्रहिकी क्रिया । - ०७२६ मायाप्रत्ययिकी क्रिया -मिथ्यादर्शनप्रत्ययिकी क्रिया २३ दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा -- मायावत्तिया चेव मिच्छादंसणवत्तिया चेव ! -ठाण० स्था २ । उ १ । सू ६० पृ० १८६ क्रिया के दो भेद – मायाप्रत्ययिकी क्रिया तथा मिथ्यादर्शनप्रत्ययिकी क्रिया । *०७२७ दृष्टिका क्रिया- स्पृष्टिका अथवा पृष्टिका क्रिया दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजा - दिट्टिया चेव मुट्ठिया चेव । उण० स्था २ । १ । सू ६० / ५० १८६ क्रिया के दो भेद- दृष्टिका क्रिया तथा स्पृष्टिका अथवा पृष्टिका क्रिया । ०७२८ प्रातीत्यिकी क्रिया -- सामन्तोपनिपातकी क्रिया । दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा- पाडुबिया चेव सामन्तोवणिवाइया चेव । -ठाण स्था २ । उ १ । सू ६० । ० १८.६ दो क्रिया के दो भेद - प्रातीत्यिकी क्रिया तथा सामन्तोपनिपातकी क्रिया । ०७ २६ स्वाहस्तिकी क्रिया - नैसृष्टिकी क्रिया । दो किरियाओ पन्नताओ, तंजहा- साहित्थिया चैव सत्थिया चैव । ठाण० स्था २ / उ १ । ६० । १० १८६ क्रिया के दो भेद - स्वाहस्तिको क्रिया तथा नैसृष्टिकी किया । '०७२१० आज्ञापनिका क्रिया- वैदारणिकी क्रिया दो किरियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा आणवणिया चेव देयारणिया चैव । ठाण स्था २ / ३१ / सू ६० १५० १८६ क्रिया के दो भेद - आज्ञापनिका क्रिया तथा वैदारणिकी क्रिया । -०७-२११ अनाभोगिकी क्रिया - अनवकांक्षिकी क्रिया दो करियाओ पन्नत्ताओ, तंजहा - अणाभोगवत्तिया चेव अणवखवत्तिया - ठाण० स्था २ । १ । सू. ६० / ० १८६ चेव । "Aho Shrutgyanam"
SR No.009528
Book TitleKriya kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1969
Total Pages428
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
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