SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 89
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ .२. सूत्रकृतांग के प्रथम श्रुतस्कंध की विषयवस्तु अध्ययन उद्देशक गाथा विषय १) ४ समय (समय) ३ २) वेयालिय (वैतालीय) ८८ स्वसमय - परसमय का निरूपण। अर्थात् जैन तथा जैनेतर सिद्धांतों का प्रतिपादन । ७६ सम्बोधि का उपदेश । वैतालीय छन्दविशेष में रचित गाथाएँ। ८२ उपसर्ग सहन करने का उपदेश । ४ २ ३) उवसग्गपरिण्णा (उपसर्गपरिज्ञा) ४) इत्थिपरिण्णा (स्त्रीपरिज्ञा) ५) नरयविभत्ति _ (नरकविभक्ति) ६) वीरत्थुई २ ५३ स्त्रीदोष का वर्जन । ब्रह्मचर्य साधना का उपदेश । ५२ नरकवर्णन, नरकगति के कारण तथा निरसन के उपाय । २६ प्रधानता से भ. महावीर की स्तुति तथा प्रतीक (वीरस्तुति) रूप से सभी शलाकापुरुषों की स्तुति । ३० विविध प्रकार के शीलभ्रष्ट मुनि तथा गृहस्थों का वर्णन । ७) कुसीलपरिभासित - (कुशीलपरिभाषित)
SR No.009489
Book TitleArddhmagadhi Aagama che Vividh Aayam Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNalini Joshi
PublisherFirodaya Prakashan
Publication Year2014
Total Pages240
LanguageMarathi
ClassificationBook_Other
File Size1 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy