________________
उस आज्ञा का भी
गाथा ३८
जिनराज की आज्ञा तो यह है कि 'कुगुरु का सेवन मत करो, उनको छोड़ दो '
परन्तु
त्याग
करके
အပါဝင်
कुगुरु को गुरु कहकर नमस्कार
करते हैं
सो क्या करें ! लोक गाडरी-प्रवाह अर्थात् भेड़चाल से ठगाया गया है।
भेड़चाल :- जैसे एक भेड़ यदि कुएँ में गिरे तो उसके पीछे-पीछे चली आने वाली सभी भेड़ें उसमें गिरती जाती हैं, कोई भी हित-अहित का विचार नहीं करतीं ।
११६