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श्री जैन सिद्धान्त प्रश्नोत्तरमाला
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प्रश्न 40 - स्कन्ध किसे कहते हैं ? यह किसको कौन सी पर्याय है?
उत्तर - दो अथवा दो से अधिक परमाणुओं के बन्ध को स्कन्ध कहते हैं; वह पुद्गलद्रव्य की विभावअर्थपर्याय है।
प्रश्न 41 - बन्ध किसे कहते हैं?
उत्तर - अनेक वस्तुओं में एकत्व का ज्ञान करानेवाले सम्बन्ध विशेष को बन्ध कहते हैं।
प्रश्न 42 - स्कन्ध के कितने भेद हैं ?
उत्तर - आहारवर्गणा, तैजसवर्गणा, भाषावर्गणा, मनोवर्गणा, कार्मणवर्गणा आदि 22 भेद हैं।'
प्रश्न 43 - आहारवर्गणा किसे कहते हैं ?
उत्तर - जो पुद्गल स्कन्ध औदारिक, वैक्रियिक और आहारक - इन तीन शरीरोंरूप परिणमन करता है, उसे आहारवर्गणा कहते हैं।
प्रश्न 44 - तैजसवर्गणा किसे कहते हैं ?
उत्तर - जिस वर्गणा से तैजस शरीर बनता है, उसे तैजसवर्गणा कहते हैं। 1. श्री गोम्मटसार जीवकाण्ड, गाथा 593-94 में 23 वर्गणा कही है -
(1) अणुवर्गणा, (2) संख्याताणुवर्गणा, (3) असंख्याताणुवर्गणा, (4) अनन्ताणुवर्गणा, (5) आहारवर्गणा, (6) अग्राह्य वर्गणा, (7) तैजसवर्गणा, (8) अग्राह्यवर्गणा, (9) भाषावर्गणा, (10) अग्राह्य वर्गणा, (11) मनोवर्गणा, ( 12 ) अग्राह्य वर्गणा, (13) कार्मणवर्गणा, (14) ध्रुववर्गणा, (15) सान्तरनिरन्तर-वर्गणा, (16) शून्यवर्गणा, (17) प्रत्येक शरीरवर्गणा, (18) ध्रुवशून्यवर्गणा, (19) बादरनिगोद वर्गणा, (20) शून्यवर्गणा, (21) सूक्ष्मनिगोद वर्गणा, ( 22 ) नभावर्गणा, ( 23 ) महास्कन्ध वर्गणा।