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प्रकरण छठवाँ
उपादान-निमित्त तथा निमित्त - नैमित्तिक अधिकार
प्रश्न 1 - कार्य किस प्रकार होता है ? उत्तर - कारणानुविधायित्वादेवकार्याण
( समयसार, गाथा, 130-131 टीका)
'कारणानुविधायीनि कार्याणि' कारण का अनुसरण करके ही कार्य होते हैं। कार्य को कर्म, अवस्था, पर्याय, हालत, दशा, परिणाम और परिणति भी कहते हैं । ( समयसार, गाथा 68 टीका)
(यहाँ कारण को उपादानकारण समझना, क्योंकि उपादानकारण ही सच्चा कारण है ।)
प्रश्न 2 - कारण किसे कहते हैं ?
उत्तर - कार्य की उत्पादक सामग्री को कारण कहते हैं ।
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प्रश्न 3 उत्पादक सामग्री के कितने भेद हैं ?
उत्तर
दो भेद हैं- उपादान और निमित्त । उपादान को