________________ 165. कविताएँ - 2 पृ. 117 166. कविता के नये प्रतिमान - डॉ. नामवर सिंह पृ. 139 167. विचार बोध - केदारनाथ अग्रवाल पृ. 234 - 235 168. नये कवियों के काव्य शिल्प सिद्धांत-दिविक रमेश पृ. 314 169. डॉ. राजेन्द्र वर्मा-साहित्य समीक्षा के पाश्चात्य मानदंड, प्रथम संस्करण, पृष्ठ-124. 170. चक्रकाल (भूमिका) पृष्ठ-72. 171. लिटरेरी एसेज ऑफ एजरा पाउण्ड, पृष्ठ-23. 172. डॉ.कृष्णदेव शर्मा-पाश्चात्य काव्य शास्त्र, सप्तम संस्करण 1979, पृष्ठ-178. 173. पोएटिक इमेज, पृष्ठ-90. 174. शोध और सिद्धांत, डॉ. नगेन्द्र, पृष्ठ-119. 175. नया हिन्दी काव्य और विवेचन, पृष्ठ-334. 176. आधुनिक हिन्दी कविता में शिल्प, पृष्ठ-81. 177. नई कविता के प्रबन्ध काव्य-शिल्प और जीवन दर्शन, पृष्ठ-215. 178. शोध और सिद्धांत-काव्य बिम्ब : स्वरूप और प्रकार, पृष्ठ-119. 179. डॉ. सुधा सक्सेना, जायसी की बिम्ब योजना, पृष्ठ-115. 180. केदारनाथ सिंह आधुनिक हिन्दी कविता में बिम्ब विधान का विकास, पृष्ठ-223. 181. डॉ.नगेन्द्र-शोध और सिद्धांत-मनोविज्ञान में बिम्ब का स्वरूप, पृष्ठ-134. 182. डॉ.केदारनाथ सिंह-आधुनिक हिन्दी कविता में बिम्ब विधान का विकास, पृष्ठ-223. 183. वही, पृष्ठ-232. 184. डॉ. आदित्य प्रसाद तिवारी, सूरसागर और रामचरित मानस का तुलनात्मक अनुशीलन, पृष्ठ-50. डॉ.केदारनाथ सिंह-आधनिक हिन्दी कविता में बिम्ब विधान, पृष्ठ-21. 186. डॉ. आदित्य प्रसाद तिवारी-सूरसागर और रामचरित मानस का तुलनात्मक अनुशीलन, पृष्ठ-50. 185. डा.कदा 11681