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तन्त्र अधिकार
मुनि प्रार्थना सागर
मंन्त्र, यन्त्र और तन्त्र
कष्ट हो तो तकिए के नीचे हल्दी की पांच गाठें रखकर सोना चाहिये ।
(8) चीनी मान्यता के अनुसार वहां के लोग कमर में या रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर लिखने वाले सफेद रंग की चाक का टुकड़ा अपने पलंग की दरी के नीचे रखकर सोने से उन्हें दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
(9) यदि आप मानसिक रोग से ग्रस्त हैं तो अपने शयन कक्ष में शुद्ध घी का दीपक जलाकर रखें तथा सोते समय गुलाब की अगरबत्ती भी जलाएं। ( 59 ) बुद्धिमान होय
(1 ) महान बुद्धिमान होय - शरद पूर्णिमा को ब्राह्मी का रस, वच और कपिला गाय का घी, इन तीनों चीजों को बराबर-बराबर, कांसे की थाली में इन चीजों को खूब गाढ़ा - गाढ़ा लगावें, फिर उसमें भक्तामर का नं. ६ का यंत्र लिखें, ऊपर अष्टगंध से "" ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ब्लूं वद् वद् वाग्वादिनी" मंत्र लिखें, फिर चन्द्रमा के प्रकाश में रात्रिभर उस थाली को पाटे पर विराजमान करके रख दें, फिर सुबह अक्षर को खावें, तो सरस्वती वश में होती है। महान् बुद्धिमान होता है ।
(2) बुद्धि वृद्धि - रविपुष्यामृत के योग में ब्राह्मी, शतावरी, शंखा होली, आधा जारा, जावित्री, केशर, मालकांगनी, चित्रक, अकलकरो और मिश्री का चूर्ण करके सर्व समभाग लेकर, सबेरे १४ कोमल अदरक के रस में २१ दिन तक खाने से बुद्धि की वृद्धि होती है।
(3) पढ़ाई में कमजोर होने पर - जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं उन्हें हरे रंग की तुरमली चाँदी की अंगूठी या नैकलस में पहनाने से वे बहुत अच्छी डिवीजन में पास हो जाते हैं ।
(4) चर्तुदशी की रात को गुलाब की पत्तियों का रस भोजपत्र पर निकालें और जीभ पर लगाएं तो बुद्धि बढ़ जाएगी।
( 5 ) बच्चे की स्मरणशक्ति बढाने के लिए शनिवार से शनिवार तक नित्य रात्रि बारह बजे उसकी शिखा (चोटी) के दो या चार केश काटकर एकत्र कर लें । फिर रविवार को इन सबको एकत्र करके दरवाजे की चौखट पर जलाकर पैर की एड़ी से मसल दें।
( 60 ) विवाह प्रकरण
विवाह शीघ्र कैस हो ?
(1) यदि पुरुषों को विवाह बाधा हो तो वह गुरुवार को संध्याकाल में सरपुंखा के पौधे पर जल चढ़ावें व दो अगरबत्ती जलाकर निमंत्रण दें कि मैं प्रातः काल थोड़ी सी
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