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________________ स्वास्थ्य अधिकार मन्त्र,यन्त्र और तन्त्र ___मुनि प्रार्थना सागर 11. दंत दर्दः- मोल श्री छाल के काढ़े से कुल्ला करने से हिलते दांत जम जाते हैं। 12. सेहुड़ की जड़ दाँतों के नीचे दबाकर रखने से दन्त पीड़ा शान्त होती है। ___(59 ) मुख के छाले १. मुलेठी को मुँह में रखने से भी मुँह के छाले मिटते हैं २. बेर के पत्ते औटाकर कुल्ला करने से मुंह के छाले मिटते हैं,ऊपर से इलायची तथा मिश्री लगाना चाहिये। ३. बबूल की पत्तियाँ, अनार की पत्तियाँ आँवला ३.२-३.२ ग्राम (४-४ माशा) तथा धनिया १.६ ग्राम (२ माशा), इन सबको शाम को भिगोकर पीस छानकर मिश्री मिलाकर पीने से थूक में रक्त आना बन्द हो जाता है। ४. चमेली के पत्तों को चबाने से मुँह के छाले मिटते हैं। अथवा गुंदी के वृक्ष की छाल मुख में रखने से छाला मिटता है। ५. आँवलों के पत्ते पानी में औटाकर कुल्ले करने से मुँह के छाले मिटते हैं। ६. २-३ लौंग प्रतिदिन चबाने से वायु के छाले मिटते हैं। ७. जामुन के नरम और ताजे पत्ते पानी में पीसकर कुल्ले करने से भयंकर छाले भी मिटते 13. चंपा की जड़ घिसकर लेप करें तो बालक का छाला मिटे। 14. कत्था, धौलका गोंद, तवाखीर, इलायची, कवाबचीनी बराबर लेकर पीस लेवें मुँह में थोड़ा रखने से छाला कम हो जाता है। (60) मुख से खून आने के रोग१. मुलतानी मिट्टी (मेट) 0.८ ग्राम (१ माशा) में शक्कर मिलाकर खाने से खून आना बन्द हो जाता है। २. २.४ ग्राम (३माशा) पतासों का शर्बत बनाकर उसमें 0.८ ग्राम (१ माशा) फिटकरी का फूल्या मिलाकर लेने से मुँह से खून आना बन्द हो जाता है। (61) मुख की दुर्गन्ध दूर करने का उपाय 1. मुख की दुर्गन्ध दूर करने का उपाय- सौंठ, हरडे, चण्य फल की छाल, मेंनफल (मदन) की गुठली को मढे के साथ अथवा अकेले भी सेवन करने से मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है। 2. मुंह में बदबू- अनार का छिलका पानी में उबालकर गर्म पानी से कुल्ले करने से मुंह की बदबू दूर होती है 3. मुंह दुर्गन्ध- लौंग को भूनकर मुख में रखें व ४-५ लौंग चबाने से दुर्गन्ध में राहत मिलेगी। लौंग 549
SR No.009381
Book TitleSwasthya Adhikar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages103
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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