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स्वास्थ्य अधिकार
___ मुनि प्रार्थना सागर
मन्त्र,यन्त्र और तन्त्र
काले हो जायें।
(45) बालों को काला करना 1. बाल काले करना- एक नींबू का रस, दो चम्मच पानी, चार चम्मच पिसा हुआ
आँवला मिला लें। इसे एक घंटा भीगने दें फिर सिर पर लेप करें। एक घंटे बाद सिर
धोंये, साबुन आदि का प्रयोग हर चौथे दिन करें कुछ माह में बाल काले हो जायेंगे। 2. बालों को काला:- बालों को काला करने एवं रखने हेतु एक प्राचीन प्राकृतिक
प्रयोग है उस प्रयोग में लगभग ५०० मिली लीटर खोपरे के तेल में ५०० ग्राम बेर की पत्तियों को पीसकर उबाल लें। जब पत्तियों का सम्पूर्ण जल सूख जावे तब तेल को छान लें। इस तेल सूरब को नित्य बालों पर लगाने से बाल काले एवं चमकीले बने रहते है। सफेद दागों पर भी यही तेल लाभकारी है।
(46) बालों की सफेदी नष्ट 1. बालों की सफेदी नष्ट - मयूर शिखा (मोरपंखी बूटी) का कल्क मधुकृत अंबु
(अनार दाने का रस) में सिद्ध किया हुआ तेल को सूंघने से और लगाने से
बालों की सफेदी सात दिनों में नष्ट होती है। 2. करंज की गुठली के चूर्ण को काली गाय के दूध की छाछ (मठे) को सूरज
की धूप में तपाकर सूंघने और लगाने से बालों की सफेदी नष्ट हो जाती
है। 3. त्रिफला, आम की गुठली, कमल की पराग, अनार, खारी नमक को पीसकर
लेप करने से पके हुए बाल काले हो जाते है। 4. बालों का कायाकल्प- सीताफल के ४ पत्तों को २०० ग्राम जल में इतना उबालें
की पानी एक चौथाई रह जावें। इस जल को छानकर नित्य कुछ दिनों तक पीने से बाल जड़ से काले निकलने लगते हैं, गंजत्व दूर होता है।
(47) पित्त रोग १. रात्रि में पानी ज्यादा पीने से भी गर्मी शांत होती है, इससे मुँह के छाले भी मिट जाते
(48) तृषा रोग १. धनिया को रात्रि में भिगोकर सुबह मिश्री में मिलाकर घोटकर पीने से सब गर्मी शान्त
हो जाती है। २. लौंग का काढ़ा पीने से कफ की प्यास मिटती है। ३. खट्टे फलों को पीसकर जिह्वा पर लेप करने से तृषा मिटती है।
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