________________
मंन्त्र, यन्त्र और तन्त्र
मुनि प्रार्थना सागर
हरताल, शंख का चूर्ण, मजीठा, टेसू की भस्म इन सबको बराबर लेकर जल के साथ लेपन करने से रोयें नहीं जमते ।
7.
8.
स्वास्थ्य अधिकार
9.
सुपारी वृक्ष के पत्तों के रस में गन्धक पीसकर भग में लेप कर धूप में खड़े होने से रोयें तुरन्त उखड़ जाते हैं।
10. बाल हटाना - घोड़े का पसीना शरीर में जहां लगे या रगड़ खाये वहां बाल नहीं होते । 11. बाल दूर करने का उपाय - गुंजा (चोटली) मेनसिल शंख के चूर्ण के कल्क का अंगों में लेप करने से सब स्थानों के बाल साफ हो जाते हैं ।
हरताल और शंख का चूर्ण पीसकर खारे जल के साथ लेपकर धूप में खड़े होने से रोयें उड़ जाते हैं। कहा भी है- ताजक शंख कूर्णन्तु पिश्वा च क्षार तोकयः तेन पित्वा कचाधर्म स्थिगछन्ति तत्क्षाणम्।
12. लहसून हरताल अपामार्ग (चिरचिटे) के फल और नमक के लेप से बाल दूर हो जाते हैं।
३.
(44) बाल काले बनाना
१. भांगरे के पत्तों को काले तिल के साथ खाने से बाल काले होते हैं ।
२. मेनफल, त्रिफला, गिलोय, कमल, क्षीर वृक्षों की छाल, महा नीलकमल, रक्त कमल की जड़ इन सबको सिद्ध तेल में लौह चूर्ण को मिलाकर खरल करें व खूब घोटें फिर उसे बालों पर लगाने से बाल अत्यंत काले हो जाते हैं ।
सफेद बालों पर पहले त्रिफला के कल्प का लेप करें, फिर त्रिफला के काढ़े में धोवें पश्चात् लौह चूर्ण तथा चंपा, वायविडिंग, कूट इनके रस व चावलों के धोवन से अच्छी तरह पीसकर बालों पर लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं।
४. आम की गुठली की मिंजी का चूर्ण व लोहे के चूर्ण को बराबर लेकर फिर इन दोनों के बराबर त्रिफला का चूर्ण नीलांजन ( तूतिया सुरमा) का चूर्ण लेवें। इन चारों चूर्णों को एकत्र करके इसमें छः गुणा त्रिफला का काढ़ा और दुगुना तिल का तेल मिलाकर अच्छी तरह घोटकर लोहे के पात्र में भर दें । उसे धान्य की राशि में चार माह तक गाड़ दें। पश्चात् उसे निकाल कर पंच परमेष्ठि का जाप करके बालों पर लेप करें एवं बाद में त्रिफला के काढ़े से धो डालें जिससे चन्द्रमा के समान सफेद बाल भी भ्रमर के समान काले हो जायेंगे ।
भांगरा, लौह चूर्ण तथा त्रिफला इनको सम भाग में लेकर चूर्ण करें और इससे तिगुने त्रिफला के काढ़े में घोलकर घड़े में भरकर धान्य राशि में रखें। इस प्रकार साधिक औषधि का प्रात:काल नस्य लें, पीवें तथा बालों पर मर्दन करें तो सफेद बाल तत्काल
541