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24. The Different Phases of Moon
पाठ-24. चन्द्रमा की कलाएं
चन्द्रमा की तीन मुख्य विशेषताएं है। चन्द्रमा प्रकाश हीन उपग्रह है (2) पृथ्वी के चारों ओर परिभ्रमण करता है। (3) इसका भ्रमण पथ (कक्षा) क्रांति वृत से लगभग 5° का कोण बनाती है।
सूर्य की किरण
लाइन
सूर्य की किरणें 4
आट
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सूर्य की किरणें
चंद्र का भ्रमण मार्ग
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चित्र 10
यदि हम यह मान कर चले कि सूर्य की किरणें चन्द्रमा पर लम्बवत् पड़ती है तो जिस भाग पर किरणें पड़ेगी वह भाग प्रकाशित होगा। जिस भाग पर किरणे नहीं पड़ेगा वह भाग अप्रकाशित होगा, जैसे चित्र 10 में काला भाग दिखाया गया है। अब पृथ्वी पर खड़े होकर जब चन्द्रमा को देखेंगे तो चन्द्रमा हमें चित्र में सादा भाग में दिखने की तरह दिखेगा। पूर्णिमा के दिन पूरा चन्द्रमा प्रकाशवान दिखाई पड़ता है। जैसे चित्र में नम्बर 1 अमावस्या के दिन चन्द्रमा न. 5 की तरह दिखाई देगा। इसलिये चन्द्रमा के परिभमण को कृष्ण पक्ष, जब चन्द्रमा की कलाएं कम होती जाती है तथा शुक्ल पक्ष, जब चन्द्रमा की कलाएं बढ़ती जाती हैं के रूप में दिखाया गया है।