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________________ भौगोलिक मध्याह्न रेखा पृथ्वी पर भौगोलिक ध्रुवों ग एवं घ को मिलाने वाली रेखा को भौगोलिक मध्याह्नन रेखा कहते है । यह मध्याह्नन रेखा भू-मध्य रेखा को 90° के कोण पर काटती है। मानक मध्याह्नन रेखा - पृथ्वी के ध्रुवो को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा जो ग्रीनवीय से होकर गुजरती है उसे सर्वसम्मति से मानक मध्याहन रेखा (Principal Meindian) माना गया है। भौगोलिक देशान्तर क य ग ल घ व र ख चित्र 2 मान लिया जाय कि चित्र 2 में ग. य. घ मुख्य मध्याहन रेखा है जो भू-मध्य रेखा को य बिन्दु पर काटती है। तथा एक अन्य मध्याह्न रेखा जो भूमध्य रेखा को बिन्दु र पर काटती है। इन दो मध्याह्नन रेखाओं के भू-मध्य रेखा पर काटने वाले बिन्दुओं य, र द्वारा पृथ्वी के केन्द्र ल पर जो कोण य, ल, र बनेगा वह मध्याह्नन रेखा ग, र, घ का देशांतर कहा जाएगा। यदि मध्याह्नन रेखा मानक मध्याह्नन रेखा (ग्रीनबीच ) से पूर्व में है तो उसे पूर्वी देशांन्तर कहेंगे यदि पश्चिम में स्थित है तो उसे पश्चिमी देशान्तर कहेंगे । 37
SR No.009373
Book TitleSaral Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorArunkumar Bansal
PublisherAkhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh
Publication Year
Total Pages154
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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